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Alibaba सफलता की कहानी | जैक मा बायोग्राफी हिंदी | Alibaba success story | jack maa biography


Image Source google | Image by Wikimedia Commons

 इमैजिन कीजिये आप पढ़ाई में एक सामान्य स्टूडेंट है। आपकी स्कूल में हमेशा लढाई होती रहती है। आपके टीचर्स और आपके घरवाले आपसे नाराज रहते है। आप 4 क्लास में पोहोचते है और आप 2 बार फ़ैल हो जाते है आपके साथवाले 6 में पोहोच चुके है। फिर आप 8 क्लास में पोहोचते है और अब 3 बार फ़ैल हो जाते है। आपके साथ वाले लोग ग्रैजुएशन शुरू कर चुके है। फिर आप ग्रेजुशन के लिए एक्साम देते है उसमे भी 5 बार फ़ैल हो जाते है आपके आस पड़ोस वाले सारे इन्सान आपसे नाराज है। 

इस मूवमेंट पर अगर आप होते तो आप जरूर हार मान लेते मगर ये सारे  Failuires को जैक माँ ने face किया है और वह अब चीन के सबसे अमीर आदमी लोगो में गिने जाते है।  और उनका आईपीओ IPO सभी कम्पनी से ज्यादा है इनफैक्ट गूगल से भी ज्यादा है। 

जैक माँ (Jack Maa) का जल्म 15 अक्टुम्बर 1964 में साउथ-ईर्स्टन चाइना में हांगजोऊ Hangzhou में हुआ था। 

उनका एक बढ़ा भाई और छोटी बहन थी। ये उस वक्त की बात है जब चाइना वेस्ट से पूरी तरह आइसोलेटेड था और घरवालो के पास उन्हें पलने के लिए बहोत कम पैसे थे। 

1972 प्रेसिडेन्ट निकसन उनके शहर आये थे जिसकी वजेसे उनका शहर फेमस हो गया और वो एक टूरिस्ट प्लेस बन गया 

जैक मा को इंग्लिश सिकने का बहोत ज्यादा शोक था इसी लिए वह टूरिस्ट के फ्री गाइड बनते और उनसे बात-चित करके अपनी इंग्लिश इम्प्रूव करते उनको ये निक नेम जैक उनके एक टूरिस्ट फ्रेंड ने दिया था। 

बहोत सारे फैलियर्स के बाद 1988 में अपने शहर की सबसे कम फेमस यूनिवर्सिटी से पास हुए उसके बाद वह 30 से ज्यादा जॉब्स में रिजेक्ट हुए। 

और एक लोकल यूनिवर्सिटी में इंग्लिश टीचर की तौर पर 12 $/month सैलेरी के साथ लग गए 

1995 में जब वो पहेली बार US गए वहापर उन्होंने पहलीबार इंटरनेट के बारे में सुना जिसको देखकर वो बहोत जायदा इम्प्रेस हो गए। वहापर उन्हें उनके दोस्त ने कंप्यूटर उनको कंप्यूटर पर कुछ भी सर्च करने के लिए कहा लेकिन वह कंप्यूटर को टच करने से भी डर रहे थे।

 बहोत कन्वेन्स करने के बाद जैक मा ने कंप्यूटर पर बियर (BEER) शब्द सर्च किया वहापर उन्होंने देखा बियर शब्द से रेलेटेड हर देश का डेटा वहापर अवेलेबल था पर चाइना का कोई डेटा अवेलेबल नहीं था 

जैक मा इंटरनेट से बहोत ज्यादा इम्प्रेस हो गए और उन्होंने सोचा की देश के हर मिडिल-क्लास बिज़नेस को इंटरनेट से कनेक्ट कर देंगे 

वो अपने देश चाइना गए और वहापर एक वेबसाइट खोली जिसका नाम था चाइना पेजेज (China Pages) इसका काम था बाकि मिडिल क्लास बिज़नेस के लिए वेबसाइट खोलना। लकिन कोई इन्वेस्टमेंट न आने के बाद थोड़े समय के बाद उन्हें ये भी बंद करनी पड़ी 

लकिन हर बार की तरह जैक मा ने हार नहीं मानी और कुछ सालो के बाद अपने दोस्त और पत्नी के साथ मिलकर एक नई वेबसाइट खोली किसका नाम था Alibaba.com 

जिसका काम था की एक्सपोर्टर्स अपने प्रोडक्ट्स इस वेबसाइट में डाल सकते थे और कस्टमर्स उसे डायरेक्टली खरीद सकते थे। मिडिल मैन का कॉन्सेप्ट इसमें रिमूव कर दिया गया था। 

पहिले 3 साल तक उन्होंने इस कंपनी से कुछ पैसे नहीं कमाए लकिन ओक्टुबर 1999 में जैक मा ने गोल्ड मैन सैक से 5 मिलियन डॉलर किये और सॉफ्ट बैंक से 20 मिलियन डॉलर्स 

और 2005 में अलीबाबा में 40% शेयर्स लेके याहू Yahoo ने 1 मिलियन डॉलर इन्वेस्ट कर दिए। और अलीबाबा के लिए बहोत बढ़ी सफलता थी। और याहू के लिए बहोत अच्छी इन्वेस्टमेन्ट 

सितम्बर 2014 में अलीबाबा पब्लिक हो गया और वो दुनिया का सबसे बढ़ा आईपीओ IPO था। गूगल से भी बड़ा 

उस दिन कक मा ने खा की आज हमे सिर्फ पैसे नहीं मिले है। आज हमे सारे दुनिया के लोगो का ट्रस्ट यानि भरोसा मिला है जिसे हमे हर हालत में मेन्टेन रखना है। 

इसके बाद जैक मा चाइना के रिचेस्ट आदमी बन गए जिनकी आज की नेट-वर्थ है 25 मिलियन डॉलर 


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